शुक्रवार 12 सितंबर 2025 - 15:48
इश्क़ ए रसूल के सामने फोरूई मतभेदों की कोई अहमियत नहीं। आक़ा हसन सफवी

हौज़ा / जम्मू-कश्मीर के शिया धार्मिक संगठन के तहत हफ्ता-ए-वहदत के अवसर पर बडगाम में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, कार्यक्रम के बाद हौज़ा ए इल्मिया जामिया बाबुल इल्म मीरगंड से केंद्रीय इमामबाड़ा बडगाम तक एक अनोखी रैली निकाली गई।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , जम्मू कश्मीर अंजुमन शरीया शिया संगठन के तहत हफ्ता ए वहदत और ईद मिलादुनबीؐ की तकरीब में हौज़ा इल्मिया जामिया बाबुल इल्म मीरगंड, बडगाम में आयोजित हुई। इस भव्य कार्यक्रम में संगठन के शिक्षा विभाग से जुड़े हौज़ात इल्मिया और मकतबों के हजारों छात्र-छात्राओं के अलावा फरज़ंदान-ए-तौहीद की बड़ी संख्या ने हिस्सा लिया।

जम्मू कश्मीर अंजुमन शरीया शिया संगठन के प्रमुख, आगा सैयद हसन मूसवी सफवी ने पैगंबर अक़रम और हज़रत इमाम जाफ़र सादिकؑ के मुबारक जन्मदिन के मौके पर फरज़ंदान ए रसूल और इमामत को बधाई प्रस्तुत की।

उन्होंने ईद मिलादुन नबी की रस्मों की अहमियत और आवश्यकता को उजागर करते हुए कहा कि पैगंबर अक़रम की पाक शख्सियत मुसलमानों के आपसी एकता और भाईचारे का स्रोत है और इश्क़-ए-रसूलؐ के सामने फोरूई मतभेदों की कोई अहमियत नहीं रहती।

कार्यक्रम के अंत में आगा सैयद हसन ने बच्चों के रंगीन कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले श्रेष्ठ छात्रों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र वितरित किए और संगठन के तहत चलने वाले मकतबों के छात्रों की उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया।

इस अवसर पर उन्होंने संगठन द्वारा तैयार किए गए शैक्षिक पाठ्यक्रम का भी अनावरण किया।कार्यक्रम के अत:में मौलाना सैयद मुज्तबा अब्बास मूसवी सफवी ने भी भाषण देते हुए सीरती ए नबीؐ और हज़रत इमाम जाफ़र सादिकؑ के किरदार और कृत्यों पर रौशनी डाली।

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